
India-America Trade Discussion: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ओर से भारत पर टैरिफ लगाने के बाद दोनों देशों के बीच ट्रेड टॉक शुरू हुआ। हाल ही में अमेरिका की टीम भारत आई, लेकिन प्रारंभिक बातचीत सफल नहीं हो सकी। अब खबर है कि भारत इथेनॉल बनाने के लिए अमेरिका से मक्का आयात करने पर विचार कर रहा है।
अधिकारियों ने बताया कि टैरिफ और बाइलेटरल ट्रेड एग्रीमेंट पर बातचीत जारी है। (India-America Trade Discussion) मक्का आयात की योजना इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि अमेरिका लंबे समय से भारत पर सोयाबीन और मक्का खरीदने का दबाव बना रहा था। भारत ने GM फसलों को लेकर अपनी चिंताओं के हवाले से विरोध जताया है।
Also Read –Delhi News: दिल्ली में कॉंग्रेस नेता की पार्क में गोली मारकर की गई हत्या, स्थानीय राजनीति में हड़कंप
India-America Trade Discussion: डील की प्रक्रिया और टाइमलाइन
एक अधिकारी ने बताया कि बातचीत सकारात्मक दिशा में आगे बढ़ रही है और विंटर सीजन तक पहला चरण पूरा करने की योजना है। अगले दौर की तारीख और स्थान अभी तय नहीं हुए हैं। दोनों पक्ष क्रमिक रूप से वार्ता कर रहे हैं और ट्रेड एग्रीमेंट को जल्द अंतिम रूप देने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
- Advertisement -
कॉमर्स और इंडस्ट्री मंत्रालय के नेतृत्व में पीयूष गोयल की टीम 22-24 सितंबर को अमेरिका गई थी। इस दौरान टीम ने अमेरिकी ट्रेड प्रतिनिधि जेमीसन ग्रीर और भारत में अमेरिका के नामांकित राजदूत सर्जियो गोर से मुलाकात की। (India-America Trade Discussion) 27 अगस्त को 25% पनिटिव ड्यूटी की घोषणा के बाद यह बैठक दोनों देशों के लिए पहली व्यक्तिगत चर्चा थी।
Also Read –Kantara 2 Story: कांतारा चैप्टर 1 की रिलीज से पहले ही जानिए क्या होगी इस बार फिल्म की कहानी
अमेरिका से ट्रेड और निवेश
भारत की टीम ने अमेरिकी बिजनेस और निवेशकों से भी बातचीत की। अधिकारियों के अनुसार, अमेरिकी बिजनेस लीडर्स ने भारत की विकास कहानी पर भरोसा जताया और यहां अपने निवेश को जल्दी बढ़ाने की इच्छा दिखाई। (India-America Trade Discussion) अगस्त महीने में भारत से अमेरिका को 6.86 बिलियन डॉलर का सामान एक्सपोर्ट हुआ, जबकि अमेरिका से भारत का इंपोर्ट 3.6 बिलियन डॉलर रहा। यह आंकड़ा भारत के लिए व्यापार संतुलन और विदेशी मुद्रा बचत के लिहाज से बहुत महत्वपूर्ण है।
इथेनॉल उत्पादन और नई नीति
भारत सरकार ने इथेनॉल उत्पादन को लेकर सख्त और स्पष्ट नीति बनाई है। अब गेहूं, चावल, गन्ना और मक्का सभी से इथेनॉल बनाने की अनुमति है। वित्त वर्ष 2024-25 में इन अनाजों से लगभग 526 करोड़ लीटर इथेनॉल तैयार हुआ, जो देश की ऊर्जा आत्मनिर्भरता के लिए महत्वपूर्ण कदम है।
इस नीति से कई मुख्य लाभ होने की उम्मीद है। सबसे पहले, देश की तेल पर निर्भरता कम होगी। साथ ही, पेट्रोल में 20% इथेनॉल मिश्रण का लक्ष्य जल्दी पूरा किया जा सकेगा। इसके अलावा, विदेशी मुद्रा की बचत होगी और किसानों तथा उद्योगों के लिए नए व्यापार और रोजगार के अवसर खुलेंगे।