UAE: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 14 फरवरी 2024 को एक ऐतिहासिक यात्रा के दौरान संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में एक भव्य हिंदू मंदिर का उद्घाटन किया। (UAE) यह पहली बार है जब किसी मुस्लिम राष्ट्र में भारतीय प्रधानमंत्री द्वारा मंदिर का उद्घाटन किया गया है। यह घटना भारत के सॉफ्ट पावर और बढ़ते वैश्विक प्रभाव का प्रतीक है।
27 एकड़ में फैला यह मंदिर, ‘बीएपीएस स्वामीनारायण अक्षर पुरुषोत्तम मंदिर’ नामक, अबू धाबी में स्थित है। यह मंदिर अपनी भव्य वास्तुकला और शिल्पकला के लिए प्रसिद्ध है। मंदिर में भगवान स्वामीनारायण, भगवान शिव, भगवान राम और अन्य हिंदू देवी-देवताओं की मूर्तियां स्थापित हैं।
UAE: सॉफ्ट पावर की जीत
इस ऐतिहासिक उद्घाटन को भारत के सॉफ्ट पावर की जीत के रूप में देखा जा रहा है। (UAE) सॉफ्ट पावर एक देश की संस्कृति और मूल्यों को दुनिया के सामने पेश करने की क्षमता है। यह कूटनीति और राजनीतिक शक्ति का एक महत्वपूर्ण साधन है।
यूएई में मंदिर का उद्घाटन भारत की समृद्ध संस्कृति और विविधता को दर्शाता है। यह भारत और यूएई के बीच बढ़ते संबंधों का भी प्रतीक है।
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भारत-यूएई संबंध
भारत और यूएई के बीच संबंध बहुत मजबूत हैं। (UAE) दोनों देशों के बीच व्यापार, निवेश और सुरक्षा सहयोग में लगातार वृद्धि हो रही है। भारतीय प्रवासियों ने यूएई के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। वे देश में रहने वाले सबसे बड़े विदेशी समुदायों में से एक हैं।
विश्व में भारत की डिप्लोमेसी का डंका
पूरे विश्व में भारत की डिप्लोमेसी का डंका बज रहा है. जो हमारी सॉफ्ट पावर है, चाहे वो योग के माध्यम से हो या भारतीय व्यंजनों के माध्यम से, भारत के रेस्टोरेंट विश्व भर में प्रसिद्ध है. हमारी हिंदी फिल्में और अब ओटीटी के माध्यम से भी जो हमारा जीने का अंदाज है, वह दुनिया तक पहुंच रहा है. भारतीय अपनी मान्यताओं को बताने में सफल साबित हुए है. भारत की प्रगति की गाथा से कोई भी वंचित नहीं है. एक समय में भारत को संपेरों का देश समझा जाता था, भारत का जो इमेज बनाया गया था अब वो पीछे छूट चुका है. (UAE) अबू धाबी में बने मंदिर के उद्घाटन में शामिल होने के साथ-साथ प्रधानमंत्री मोदी वहां के भारतीय लोगों को भी संबोधित करेंगे. जब उसका पोर्टल खोला गया तो उसके लिए 65 हजार लोगों ने रजिस्टर किया है. यूएई में मूसलाधार बारिश की वजह से मौसम के तेवर बहुत खराब हैं, लेकिन फिर भी 35 से 40 हजार भारतीय मूल के लोग नरेंद्र मोदी की सभा में शामिल होने जाएंगे. यूएई में वर्ल्ड गवर्नमेंट समिट का आयोजन हो रहा है, वहां नरेंद्र मोदी एक की-नोट स्पीकर के तौर पर बोलने वाले हैं. कहीं न कहीं भारत की धमक पिछले कुछ समय में बढ़ी है.
भारत को हर साल जो रेमिटेंस मिलता है, उसमें सबसे बड़ा योगदान पश्चिम एशिया में रह रहे भारतीय मूल के लोगों से आता है. लोकसभा का चुनाव होने वाला है, जिसमें कई लोग बकायदा फ्लाइट लेकर वोट देने के लिए भारत आते है. प्रधानमंत्री का यूएई का दौरा भारत के लिए बेहद महत्वपूर्ण है, यह सामरिक हितों के लिए भी आवश्यक है. (UAE) भारत ने अभी कतर के साथ अपनी डिप्लोमेसी का सफल प्रयोग करते हुए, अपने आठ नौसेना के पूर्व अधिकारियों को छुड़वाया है और सभी ने साफ तौर पर कहा है कि वर्तमान सरकार हमारे पक्ष में खड़ी नहीं होती तो आज हम भारत नहीं लौट पाते. ये यह दिखाता है कि भारत हर मुद्दे पर भारतीयों के साथ खड़ा है.