
Hari Hara Veera Mallu 2 Movie: अभिनेता और आंध्रप्रदेश के उपमुख्यमंत्री पवन कल्याण ने काफी लंबे समय बाद बड़े पर्दे पर वापसी की है, अपनी फिल्म हरी हर वीरा मल्लू के माध्यम से इस फिल्म का दर्शकों को काफी लंबे समय से इंतजार था। फिल्म पाँच सालों के लंबे इंतजार के बाद सिनेमाघरों में रिलीज हुई है। (Hari Hara Veera Mallu 2) पवन कल्याण की फिल्म हरी हर वीरा मल्लू जैसे ही सिनेमाघरों में रिलीज हुई। दर्शक इस फिल्म को देखने के लिए सिनेमाघरों की तरफ रूख करने लगे। फिल्म बॉक्स ऑफिस पर अच्छी-खासी कमाई भी कर रही है। इस फिल्म की सफलता के बाद दर्शकों को इस फिल्म के सीक्वल का बेसब्री से इंतजार है।
Also Read –Pakistan America: OMG! पाकिस्तान के बदले सुर, TRF को आतंकी कहने के अमेरिका के फैसले पर दी चौंकाने वाली प्रतिक्रिया
Hari Hara Veera Mallu 2: क्या हरी हर वीरा मल्लू का सीक्वल आएगा
कृष द्वारा निर्देशित और बाद में ज्योति कृष द्वारा पूरी की गई यह फिल्म सिनेमाघरों में 24 जुलाई 2025 को रिलीज हो गई है। तो वही हरी हर वीरा मल्लू की कहानी 1650 के दशक पर स्थापित है, हरि हर वीरा मल्लू जो रॉबिन हुड जैसा दिखने वाला व्यक्ति है और कोल्लूर के राजा का ध्यान अपनी ओर खींचता है। एक शाही मिशन पर, वीरा राज को चकमा देकर पंचमी के साथ भाग निकलता है। बाद में, कुतुब शाह उसकी चालाकी को पहचान जाता है और उसे एक और भी महत्वपूर्ण काम सौंपता है। पौराणिक कोहिनूर हीरा वापस पाना, वीरा इसे स्वीकार कर लेता है और दिल्ली की यात्रा पर निकल पड़ता है। जहाँ हीरा औरंगजेब के पास है। हालाँकि इस मिशन के पीछे एक गहरा मकसद छिपा है। वीरा का असली मकदस क्या हैं? इन सबका जवाब जानने के लिए आपको पूरी फिल्म देखनी होगी।
Also Read –Bihar Journalist Pension: बिहार में पत्रकारों को ₹15,000 प्रतिमाह पेंशन, यूपी में योगी के फैसले का इंतजार
Hari Hara Veera Mallu के प्रमोशन के दौरान पवन कल्याण ने कहा था कि Hari Hara Veera Mallu 2 आएगा। जिसपर काम चल रहा है और इसका 30 प्रतिशत काम हो चुका है। तो वहीं इस समय पवन कल्याण उस्ताद भगत सिंह पर काम कर रहे हैं। इस फिल्म को दो महीनों में पूरा करने का लक्ष्य है। इसके बाद उनके पास कोई भी फिल्म नहीं है। यदि Hari Hara Veera Mallu 2 बनाने पर विचार कर रहे हैं। जैसा कि उन्होंने कहा है तो इस साल के अंत तक वो इस पर काम कर सकते हैं। लेकिन अब ये संभव हो पाएगा या नहीं ये तो पवन कल्याण ही बता सकते हैं। क्योंकि वो आंध्रप्रदेश के उपमुख्यमंत्री भी हैं। जिसकी वजह से उनपर राजनीतिक कार्यों का भी दबाव है।